Shani Panoti (Year 2023)

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गोचर में जब शनि जातक की जन्मराशि से प्रथम, द्वितीय और द्वादश स्थान में हों तो शनि की साढ़ेसाती या शनि की पनोती कहलाती है। शनि की साढ़ेसाती के 2.5 साल के तीन चरण, यानी 7.5 साल होते हैं। वहीं गोचर में जब शनि जातक की राशि से चतुर्थ और अष्टम भाव में हों तो ढैय्या या छोटी पनोती कहलाती है, जिसका समय 2.5 साल का होता है।

17 जनवरी 2023 से शनिदेवने कुंभ राशिमें प्रवेश किया है। साल 2023 में इन राशि के जातको के ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव बना रहेगा :


न्याय के देवता शनिदेव हर किसी को कर्मों के हिसाब से शुभ और अशुभ प्रभाव देते हैं, जो व्यक्ति जैसा कर्म करता है, वैसा ही फल शनिदेव उसको देते हैं। शनि की साढ़ेसाती के समय में शनिदेव के मंत्र जप एवं विशेष उपासना से अशुभ प्रभाव को कम कर सकते है।

Comments